Goli (गोली)
A**R
Unearthed the secrets of royal
The book is one of the most amazing piece of history I have ever read. If this book is to be written in this era the narrator "champa" Would be given nobel Prize and the author Acharya Chatursen the booker prize. Must read if you have connection in Rajasthan
U**A
गुलामी एक दुर्व्यवस्था
गोली की कथा का ये दस्तावेज पाठक को एक ऐसे सफर पर ले जाता है जहां हम आज के लोग यह सोचने पर विवश हो जाते हैं कि एक इंसान दूसरे इंसान का शोषण करने के लिए कितने स्तर तक गिर सकता है। समय तथा दौर कोई भी रहा हो स्त्रियों का सदा से ही शोषण होता रहा है जो एक नए स्वरूप में आज भी जारी है...शायद इस दस्तावेज को पढ़कर आज की युवा पीढ़ी कुछ सीख सके और स्त्री जाति को उसका आत्म सम्मान वापस देने में अपनी भूमिका निभा सके ।एक अवश्य पठनीय उपन्यास जिसके लिए आचार्य श्री का सादर अभिनन्दन 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
A**A
Its just ok
nice plot, but overall ok ok, not highly recommended
I**H
अति सुंदर
यह काफी कमाल की रचना है। राजाओं के रंगमहल के अंदर क्या क्या होते थे यूज़र बहुत ही अच्छी कहानी बुनी है। लाजबाब।
Y**
Awesome
Marvelous, excellentVery touching novel.Take you to the aisle of people who doesn't sustain power and made to believe that they are born to be exploited.for whom pain,insult, happiness,death,life all these words are just an myth.Too good work of Acharya Chatursen
A**
गोली यानी पङदायत/पासवान/दासी
शासक की विजातीय पत्नी को पासवान/ पङदायत /दासी/गोली कहा जाता था। इनके साथ शासक के फेरे नहीं होते थे। ये सभी जातियों और धर्मों से आती थी। कुछ इतिहास प्रसिद्ध गोलियो मे गुलाब राय, जुबेदा और जयपुर की रसिक कपूर हैं। इनसे उत्पन्न शासक की संतान को खवास पुत्र/चेला/गोल/गोटाबरदार/वाभा/लालजी कहा जाता था। इनको बङे बङे ठिकाने इनायत किये जाते थे ताकि उनका जीवन स्तर राजपरिवार के स्तर पर बना रहे और पाटवी राजकुमार के राज्यारोहण में कोई बाधा नहीं पैदा करे।महाराजा श्री तख्त सिंह जी के शासनकाल में ऐसी संतानो को राव राजा कहा जाता था
A**A
श्रेष्ट ऐतिहासिक उपन्यास
अमेज़ॉन को विशेष धन्यवाद जिसने नियत समय से पूर्व आचार्य चतुरसेन के सर्वश्रेष्ठ उपन्यास को उपलब्ध कराया
S**
Good
Satisfactory
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2 weeks ago
1 week ago